बंद हो नज़र में तुम अब…

आँखें खाली-खाली हैंभरी-भरी हैं यादों से, अंधेरे हो रहे हैं रौशनलड़ते मेरे उजालों से... तुमको देखकर लगता हैदेखा नहीं कुछ सालों से, बंद हो नज़र में तुम अबजैसे बंद कोई दीवारों में... १. पूछे हैं राज़ सवाबों नेअपने कई गुनाहों से, हो रही है दुनिया पागलअपने ही जवाबों से, ढ़ूँढ़ती है जाने क्या कुछअपने सवालों …

मिला नहीं….

मुझे ख़ुद से भर गया, और वो मुझसे मिला नहीं... आया था वो मुझ तक, हाँ, मुझ तक रुका नहीं... मिलता तो अच्छा था,पर ऐसा कभी हुआ नहीं... प्यार है उससे मुझे,जज़्बा मग़र बचा नहीं... गुलाबी है रूह यूं,के वो मुझसे जुदा नहीं.... कसक है ये ज़िंदगी में,उससे कोई गिला नहीं... Bikhrekhayaal | #रshmi ©️ …

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