कहानी जो छोड़ आए पीछे,छोड़ दो उसे उस हाल पे पीछे... रहने दो फ़ासला बीच में अपने,आ गया जो प्यार के पीछे... रहना है हमें कुछ दिन अकेले,पड़े हो क्यूं मेरे साथ के पीछे? इतनी ज़रूरी भी नहीं मैं तुमको,लगे हो क्यूं नुकसान के पीछे? ख़्वाबों में आना, बहाना है अच्छा,बहाने हैं तेरी हर बात …
बंद हो नज़र में तुम अब…
आँखें खाली-खाली हैंभरी-भरी हैं यादों से, अंधेरे हो रहे हैं रौशनलड़ते मेरे उजालों से... तुमको देखकर लगता हैदेखा नहीं कुछ सालों से, बंद हो नज़र में तुम अबजैसे बंद कोई दीवारों में... १. पूछे हैं राज़ सवाबों नेअपने कई गुनाहों से, हो रही है दुनिया पागलअपने ही जवाबों से, ढ़ूँढ़ती है जाने क्या कुछअपने सवालों …

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