यादें तेरी साथ रहती हैं…

तुमसे मुझे भरोसा मिला,
मुझसे मिला मुझे डर…
तुमने जीना सीखा दिया,
खुदसे सीखा मैनें एैब हर…
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं…

जाने क्या क्या तुमने सीखा दिया,

मुझे गुलज़ार बना दिया..
बिखरे सारे जीवन को,
एक मक़ाम दिला दिया…
ख़ुशबू तेरी सब तरफ़,
मुझे महसूस करना सीखा दिया…
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

हर पल क़रीब रोशनी थी,
जब तेरी मेरी दोस्ती थी…

टूटे जब बिखर बिखर कर,
तुमनें गले लगा लिया…
प्यार तुम्हारा मेरे जीनें का ज़रिया था…

अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

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Courtesy: Photo library from WordPress

विश्वास जो तुम्हें मुझ पर था,
मुझे उतना कभी ना था..

देखकर मुझे कहते रहते हो,
तुम बडी ‘डेटर्मिन्ड’ हो…
मैंने अब यकीन माना है,
जब तुम दिल से जाते नहीं हो..
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

मासूम एक बच्चे सा ये रिश्ता,
जिसमें कोई दिखावा नहीं है…

क़िताबों सा ख़ामोश तुम्हारा चेहरा,
अरे! कितना सच्चा है…
लोगों में अाज भी,
तेरे मेरे प्यार का चर्चा है…
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

तुमनें क्या क्या नहीं दिया,
मुझसे मुुझे मिलवा दिया…

देकर अपना वक्त मुझे,
तुमनें मुुझे अपना लिया…
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

शुक्रिया उस मौके का,
जिसने मुझसे तुझे लिखवा दिया…

देखकर तुमको मुझे एक ‘अल्फाज़’ मिला,
वो तुम्हारा ‘नाम’ था..
और किस पर लिखते,
वजह तो बस यही तेरा नाम था..
अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं।

#रshmi

 

Originally written in 2015.

7 Replies to “यादें तेरी साथ रहती हैं…”

  1. तुमसे मुझे भरोसा मिला,
    मुझसे मिला मुझे डर…
    तुमने जीना सीखा दिया,
    खुदसे सीखा मैनें एैब हर…
    अब तू क़रीब नहीं पर ये यादें तेरी साथ रहती हैं,
    मुझे तुझसे जुदा होने नहीं देती हैं…….bahut khub…..behtarin panktiyan..

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